गंगबल झील वाक्य
उच्चारण: [ ganegabel jhil ]
उदाहरण वाक्य
- गंगबल झील किनारे किया ‘ महाश्राद्ध '
- इनमें गंगबल झील व नारानाग (54 किमी) प्रमुख हैं।
- हरमुख गंगा गंगबल ट्रस्ट और एपीएमसीसी के प्रवक्ता किंग सी भारती ने अपने बयान में कहा कि हरमुख क्षेत्र में पवित्र गंगबल झील के लिए यह यात्रा 100 वषरे के अंतराल के बाद 2009...
- डॉ. अग्निशेखर ने पंडितों की पवित्र हरमुख गंगबल झील के किनारे श्राद्ध तर्पण करने का सपना 2006 में देखा था, लेकिन किन्हीं कारणों से वह अपने इस सपने को पूरा न कर सके।
- जम्मू-आतंकवाद से जूझते हुए स्वर्ग सिधार चुके कश्मीरी पंडितों और आतंकियों की गोलियों का शिकार हुए सुरक्षाबलों की आत्मिक शांति के लिए पनुन कश्मीर ने हरमुख गंगबल झील के किनारे महाश्राद्ध कर पंडितों की वर्षो पुरानी रिवायत को पूरा किया।
- कश्मीर के आतंकवाद ग्रस्त गांदरबल जिले के कंगन में हरमुक्त गंगबल श्रृंखला के दुर्गम पहाड़ों के बीच 14, 500 फीट की ऊंचाई पर स्थित गंगबल झील में पितरों के श्राद्ध-तर्पण के लिए पंडित श्रद्धालुओं का दल नारान नाग से बुधवार को रवाना होगा। छड़ी पूजन के साथ यह गंगबल यात्रा शुरू होगी। इसमें जम्मू, कश्मीर के अलावा पुणे, है
- समुद्र सतह से चौदह हजार पांच सौ फीट ऊंची हरमुक्त गंगबल श्रृंखला के दुर्गम पहाड़ों के अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य के बीच स्थित गंगबल झील व आसपास के इलाकों में विकास की जरूरत है। यहां सरकार की ओर से अगर अच्छे ट्रैक व सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए जाएं तो धार्मिक पर्यटन के साथ ट्रैकिंग जैसी साहसिक खेलों के लिए
- जागरण ब्यूरो, जम्मू: पांचवी वार्षिक पांच दिवसीय हरमुख गंगा यात्रा कश्मीर में ग्यारह सितंबर से शुरू हो रही है। देश के विभिन्न हिस्सों से खासी संख्या में कश्मीर पंडित इस यात्रा में हिस्सा लेंगे। गांदरबल जिले के कंगन से साढ़े चौदह हजार फीट ऊंचाई पर स्थित गंगबल झील पर तेरह सिंतबर को गंगा अष्टमी के दिन कश्मीरी पंडित अपने पूर्वजों व शहीदों का श्राद्ध करेंगे। यात्रा की तिथि रविवार को हरमुख गंगा ट्रस्ट के उप अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता किंग भारी व ऑल पार्टी माइग्रेंट कोऑर्डिनेशन कमेटी के म
- कंचन शर्मा, जम्मू कश्मीर के आतंकवाद ग्रस्त गांदरबल जिले के कंगन में हरमुक्त गंगबल श्रृंखला के दुर्गम पहाड़ों के बीच 14,500 फीट की उंचाई पर स्थित गंगबल झील में पितरों के श्राद्ध-तर्पण के लिए पंडित श्रद्धालुओं का दल नारान नाग से बुधवार को रवाना होगा। छड़ी पूजन के साथ यह गंगबल यात्रा शुरू होगी। इसमें जम्मू, कश्मीर के अलावा पुणे, हैदराबाद, भोपाल, दिल्ली से 80 कश्मीरी व गैर कश्मीरी श्रद्धालु भी शामिल होंगे। छह घंटे की पैदल यात्रा कर भगवान शिव की जटाओं से निकली गंगबल झील का दर्शन करेंगे।
- कंचन शर्मा, जम्मू कश्मीर के आतंकवाद ग्रस्त गांदरबल जिले के कंगन में हरमुक्त गंगबल श्रृंखला के दुर्गम पहाड़ों के बीच 14,500 फीट की उंचाई पर स्थित गंगबल झील में पितरों के श्राद्ध-तर्पण के लिए पंडित श्रद्धालुओं का दल नारान नाग से बुधवार को रवाना होगा। छड़ी पूजन के साथ यह गंगबल यात्रा शुरू होगी। इसमें जम्मू, कश्मीर के अलावा पुणे, हैदराबाद, भोपाल, दिल्ली से 80 कश्मीरी व गैर कश्मीरी श्रद्धालु भी शामिल होंगे। छह घंटे की पैदल यात्रा कर भगवान शिव की जटाओं से निकली गंगबल झील का दर्शन करेंगे।
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